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घेवर खाने का मन हो तो घर पर ऐसे बनाएं
रक्षाबंधन और सावन के दिनों में घेवर खाना पसंद होता है, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि बिना किसी खास वजह या त्योहार के किसी को मिठाई खाने का मन करने लगता है। आमतौर पर बाजार में घेवर रक्षाबंधन के त्योहार पर ही मिलता है, लेकिन अगर होली पर घेवर खाने का मन हो तो आप घर पर भी घेवर बना सकते हैं।
घेवर बनाने की सामग्री:-3 कप आटा1 (ठोस) ग्राम घी3-4 बर्फ के टुकड़े4 कप पानी1/2 कप दूध1/4 टी स्पून फूड रंग (पीला)घी (डीप फ्राई के लिए)सिरप के लिए1 कप चीनी1 कप पानीटॉपिंग के लिए1 टी स्पून इलायची पाउडर1 टेबल स्पून बादाम और पिस्ता (कटे हुए)एक बड़े चम्मच दूध में आधा छोटा चम्मच दूध और केसर
घेवर बनाने की विधि:-सबसे पहले एक तार की चाशनी बना लें। एक बड़े प्याले में ठोस घी लीजिये और एक बार में बर्फ के टुकड़े डालिये। घी को तेजी से चलाते रहें, चाहें तो और बर्फ के टुकड़े डालते रहें। जब तक घी सफेद न हो जाए। अब दूध, मैदा और पानी लेकर पतला घोल बना लें। खाने के पीले रंग को थोड़े से पानी में घोलें। मिश्रण पतला होना चाहिए (घेवर बनाते समय मिश्रण चमचे से आसानी से निकल जाना चाहिए)। अब एक स्टील या एल्युमिनियम का बर्तन लें, जिसकी लंबाई कम से कम 12 इंच और मोटाई पांच-छह इंच हो। अब आधा बर्तन घी से भरकर गरम करें। जब घी से धुंआ निकलने लगे तो मिश्रण को 50 मिलीलीटर के गिलास में भरकर बर्तन के बीच में डाल दें। पतली धार की तरह।
अब मिश्रण को अच्छे से जमने दें, इसलिए मिश्रण का एक और गिलास बर्तन में और किनारों के चारों ओर गोलाकार में डालें। घेवर बर्तन के किनारे छोड़ देगा और उसमें छोटे छोटे छेद दिखने लगेंगे, फिर उसे सावधानी से निकाल कर तार की छलनी पर रख दें। चाशनी को किसी खुले बर्तन में रख दें। इसे गरम चाशनी में डुबोकर निकाल लीजिए और तार पर रख दीजिए ताकि और चाशनी निकल जाए। ठंडा होने पर घेवर के ऊपर सिल्वर फॉयल लगाएं। इसके ऊपर थोड़ा सा केसर छिड़कें, कटे हुए मेवे और कुछ चुटकी इलायची पाउडर डालें और परोसें। इसे पहले से बनी रबड़ी के साथ भी परोसा जा सकता है।
वैसे भी चाय को भारत का राष्ट्रीय पेय माना जाता है। पिछले कुछ समय से तरह-तरह की चाय का चलन भी तेजी से बढ़ा है। ज्यादातर भारतीय घरों में सर्दियों की सुबह की शुरुआत कड़क चाय से होती है। वहीं सर्दियों के मौसम में चाय पीने के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। हालांकि, इस समय के आसपास कश्मीरी खावा की मांग भी काफी बढ़ गई है। स्वाद से भरपूर इस कश्मीरी कवाए के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
पालक मटर कबाब न सिर्फ स्वाद में बल्कि सेहत के लिहाज से भी काफी अच्छा होता है।
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