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जब मावा की परत को पनीर के साथ मिला कर रसगुल्ले के उप्पर लपेटे है तो हमारा रसकदम बन कर त्यार होता है यह एक बंगाली मिठाई हैं।
आवश्यक सामग्री मावा - 1 कप चीनी - 3/4 कप पनीर - 1 कप नींबू - 1 नीबू का रसफूल क्रीम दूध - 500 ग्रामपीला कलर - 1 पिंचकेसर - 10-12 धागेचीनी पाउडर - 1/2 कपकॉर्न फ्लोर - 2 छोटे चम्मच
बनाने की विधि रसकदम बनाने के लिए सबसे पहले छैना बनाना होगा इसके लिए दूध गरम होने के गैस बंद कर दीजिए और दूध को थोड़ा ठंडा होने के बाद इसमें नींबू के रस में 2 चम्मच पानी मिला कर, थोड़ा-थोड़ा डालते हुये मिलाइये। दूध पूरी तरह से फट जायेगा दूध में से छैना को साफ कपडे में छान ले और हाथ से दबा कर सारा पानी निकाल दीजिये। कपड़े को चारों तरफ़ से हाथों से उठाकर दबाते हुए छैनाका सारा पानी निकाल दीजिए. रसगुल्ले बनाने के लिए छैना तैयार हो गया है.अब आपने हाथों से छैना को मसल-मसलकर चिकना कीजिए. कॉर्न फ्लोर और पीला रंग डालिये और मिलाते हुए, छैना को मलिये। रसगुल्ले बनाने के लिए छैना तैयार है. छैना से छोटे-छोटे गोलिया बना के रख ले। इसके बाद चाशनी बनाकर रसगुल्ले पकाइये। एक बर्तन में चीनी और 2 कप पानी डालकर उबालिये जब तक चाशनी 2 तार की ना बन जाए.
उबलती चाशनी में छैना से बने हुए गोले डाल दीजिए. रसगुल्लों को धीमी मीडियम आंच पर 8-10 मिनिट पकने दीजिए। इसके बाद गैस बंद कर दीजिए रसगुल्लों को 2-3 घंटे तक चाशनी में ही रहने दीजिए इसके बाद इन्हें निकाल लीजिये। पनीर को बारीक़ कर लीजिए और कढा़ई में डालकर लगातार चलाते हुए भून लीजिए. जब तक हल्का भूरा न हो जाये इसके बाद इसके अलग बर्तन में रख ले। अब इस मावे में चीनी मिला कर अच्छे से मिक्स्ड कर ले और इसके अंदर रसगुल्ला रखकर चारों से बंद करके गोल लड्डू का आकार दे दीजिए. रसकदम को 1 घंटे के लिए फ्रिज में रख दीजिये। टेस्टी रसकदम तैयार है।
व्हाइट सॉस पास्ता रेसिपी एक बहुत ही मलाईदार और स्वादिष्ट रेसिपी है। इसे झटपट बनाकर गरमागरम परोसें। बच्चों और बड़ों को यह बहुत पसंद आएगा।
गोबी मंचूरियन ग्रेवी रेसिपी एक लोकप्रिय भारतीय स्ट्रीट फूड रेसिपी है जो लोकप्रिय चीनी मंचूरियन व्यंजनों का अनुकूलन है। मंचूरियन ग्रेवी रेसिपी को आम तौर पर अन्य भारतीय चीनी व्यंजन चावल व्यंजनों के साथ साइड डिश या ग्रेवी के रूप में परोसा जाता है।
चिकन टिक्का मसाला एक बोनलेस चिकन रेसिपी है जो पूरी दुनिया में काफी लोकप्रिय है। इस रेसिपी में चिकन के टुकड़ों को मसालों के साथ पीसकर ग्रेवी में पकाया जाता है।
ढाबा स्टाइल सरसों का साग पंजाब की लोकप्रिय रेसिपी में से एक है, क्योंकि यह पंजाब की डिश है इसलिए इसे सरसों दा साग के नाम से भी जाना जाता है।
मान्यता के अनुसार आंवला नवमी को आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। इसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है। इस दिन आंवला खाने का उच्च कोटि का महत्व है। आंवला विटामिन-सी से भरपूर होता है और हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाता है, खाने की इच्छा को बढ़ाता है और आलस्य को दूर करता है। अगर आप भी आंवला नवमी के दिन आंवले का सेवन करके लाभ अर्जित करना चाहते हैं, तो यहां आपके लिए 6 अनोखी आंवला रेसिपी बताई गई हैं। यहां पढ़ें- 1. आंवला मुरब्बा:आंवला मुरब्बा1 किलो चमचमाता आंवला, 10 ग्राम चूना, 25 ग्राम मीठा मीठा, 1.25 किलो चीनी, 1 चम्मच काली मिर्च, 5-7 केसर के गुच्छे, पाव चम्मच इलायची पाउडर। तरीका:1 किलो चमचमाता और आसान आंवला लें और इसे 3 दिनों के लिए पानी में भिगो दें। इसके बाद इन्हें पानी से निकाल कर कांटों से गोद लें और पानी में नीबू को घोलकर आंवले को 3 दिन तक उसमें भीगने दें. चौथे दिन इन्हें आसान पानी से धोकर चीनी, मीठा और पानी में भाप दें। फिर इसे कपड़े पर खोलकर सुखा लें। अब चाशनी बनाकर उसमें आंवले छोड़ दें और रात का खाना तैयार करें. जब आंवले अच्छे से नरम हो जाएं तो उसमें काली मिर्च, केसर और इलायची डाल दें। इसके बाद मुरब्बा को ठंडा करके एक जार में रख लें। तैयार आंवला जैम हृदय को बिजली देने और दिमाग को तरोताजा करने के साथ-साथ फिटनेस के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है। 2. आंवला मसालेदार लौंजी:
मान्यता के अनुसार आंवला नवमी को आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। इसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है। इस दिन आंवला खाने का उच्च कोटि का महत्व है। आंवला विटामिन-सी से भरपूर होता है और हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाता है, खाने की इच्छा को बढ़ाता है और आलस्य को दूर करता है। अगर आप भी आंवला नवमी के दिन आंवले का सेवन करके लाभ अर्जित करना चाहते हैं, तो यहां आपके लिए 6 अनोखी आंवला रेसिपी बताई गई हैं। यहां पढ़ें- 1. आंवला मुरब्बा:
आंवला मुरब्बा
1 किलो चमचमाता आंवला, 10 ग्राम चूना, 25 ग्राम मीठा मीठा, 1.25 किलो चीनी, 1 चम्मच काली मिर्च, 5-7 केसर के गुच्छे, पाव चम्मच इलायची पाउडर। तरीका:
1 किलो चमचमाता और आसान आंवला लें और इसे 3 दिनों के लिए पानी में भिगो दें। इसके बाद इन्हें पानी से निकाल कर कांटों से गोद लें और पानी में नीबू को घोलकर आंवले को 3 दिन तक उसमें भीगने दें. चौथे दिन इन्हें आसान पानी से धोकर चीनी, मीठा और पानी में भाप दें। फिर इसे कपड़े पर खोलकर सुखा लें। अब चाशनी बनाकर उसमें आंवले छोड़ दें और रात का खाना तैयार करें. जब आंवले अच्छे से नरम हो जाएं तो उसमें काली मिर्च, केसर और इलायची डाल दें। इसके बाद मुरब्बा को ठंडा करके एक जार में रख लें। तैयार आंवला जैम हृदय को बिजली देने और दिमाग को तरोताजा करने के साथ-साथ फिटनेस के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है। 2. आंवला मसालेदार लौंजी:
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