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मूली पराठा रेसिपी | मूली पराठा रेसिपी | विस्तृत फोटो और वीडियो रेसिपी के साथ पंजाबी मूली के पराठे। मूल रूप से, भारतीय भरवां फ्लैट ब्रेड को कद्दूकस और मसालेदार मूली से भरा जाता है।पंजाबी मूल के पराठा | मूली पराठा रेसिपी स्टेप बाई स्टेप फोटो और वीडियो रेसिपी के साथ। मूली पराठा एक पारंपरिक पंजाबी व्यंजन है जिसे आमतौर पर मक्खन, दही और अचार के साथ परोसा जाता है। स्वादिष्ट करी के साथ परोसे जाने पर ये विदेशी भरवां पराठे दिव्य हो सकते हैं। जबकि, इसे आमतौर पर नाश्ते के दौरान परोसा जाता है। लेकिन लंच और डिनर में भी इसका सेवन किया जा सकता है।
भराई के लिए:2 कप मूली/ मूली½ छोटा चम्मच नमक1 हरी मिर्च½ छोटा चम्मच कश्मीरी मिर्च पाउडरछोटा चम्मच हल्दी पाउडरकुछ धनिया पत्ती½ छोटा चम्मच धनिया पाउडरछोटा चम्मच सूखा आम पाउडर / अमचूर पाउडरचपाती / परांठे के आटे के लिए:1 कप गेहूं का आटा / आटानमक स्वादअनुसार1 छोटा चम्मच तेल या घीगूंदने के लिए आवश्यकतानुसार पानीकप गेहूं का आटा धूलने के लिए
मान्यता के अनुसार आंवला नवमी को आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। इसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है। इस दिन आंवला खाने का उच्च कोटि का महत्व है। आंवला विटामिन-सी से भरपूर होता है और हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाता है, खाने की इच्छा को बढ़ाता है और आलस्य को दूर करता है। अगर आप भी आंवला नवमी के दिन आंवले का सेवन करके लाभ अर्जित करना चाहते हैं, तो यहां आपके लिए 6 अनोखी आंवला रेसिपी बताई गई हैं। यहां पढ़ें- 1. आंवला मुरब्बा:आंवला मुरब्बा1 किलो चमचमाता आंवला, 10 ग्राम चूना, 25 ग्राम मीठा मीठा, 1.25 किलो चीनी, 1 चम्मच काली मिर्च, 5-7 केसर के गुच्छे, पाव चम्मच इलायची पाउडर। तरीका:1 किलो चमचमाता और आसान आंवला लें और इसे 3 दिनों के लिए पानी में भिगो दें। इसके बाद इन्हें पानी से निकाल कर कांटों से गोद लें और पानी में नीबू को घोलकर आंवले को 3 दिन तक उसमें भीगने दें. चौथे दिन इन्हें आसान पानी से धोकर चीनी, मीठा और पानी में भाप दें। फिर इसे कपड़े पर खोलकर सुखा लें। अब चाशनी बनाकर उसमें आंवले छोड़ दें और रात का खाना तैयार करें. जब आंवले अच्छे से नरम हो जाएं तो उसमें काली मिर्च, केसर और इलायची डाल दें। इसके बाद मुरब्बा को ठंडा करके एक जार में रख लें। तैयार आंवला जैम हृदय को बिजली देने और दिमाग को तरोताजा करने के साथ-साथ फिटनेस के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है। 2. आंवला मसालेदार लौंजी:
मान्यता के अनुसार आंवला नवमी को आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। इसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है। इस दिन आंवला खाने का उच्च कोटि का महत्व है। आंवला विटामिन-सी से भरपूर होता है और हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाता है, खाने की इच्छा को बढ़ाता है और आलस्य को दूर करता है। अगर आप भी आंवला नवमी के दिन आंवले का सेवन करके लाभ अर्जित करना चाहते हैं, तो यहां आपके लिए 6 अनोखी आंवला रेसिपी बताई गई हैं। यहां पढ़ें- 1. आंवला मुरब्बा:
आंवला मुरब्बा
1 किलो चमचमाता आंवला, 10 ग्राम चूना, 25 ग्राम मीठा मीठा, 1.25 किलो चीनी, 1 चम्मच काली मिर्च, 5-7 केसर के गुच्छे, पाव चम्मच इलायची पाउडर। तरीका:
1 किलो चमचमाता और आसान आंवला लें और इसे 3 दिनों के लिए पानी में भिगो दें। इसके बाद इन्हें पानी से निकाल कर कांटों से गोद लें और पानी में नीबू को घोलकर आंवले को 3 दिन तक उसमें भीगने दें. चौथे दिन इन्हें आसान पानी से धोकर चीनी, मीठा और पानी में भाप दें। फिर इसे कपड़े पर खोलकर सुखा लें। अब चाशनी बनाकर उसमें आंवले छोड़ दें और रात का खाना तैयार करें. जब आंवले अच्छे से नरम हो जाएं तो उसमें काली मिर्च, केसर और इलायची डाल दें। इसके बाद मुरब्बा को ठंडा करके एक जार में रख लें। तैयार आंवला जैम हृदय को बिजली देने और दिमाग को तरोताजा करने के साथ-साथ फिटनेस के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है। 2. आंवला मसालेदार लौंजी:
वैसे भी चाय को भारत का राष्ट्रीय पेय माना जाता है। पिछले कुछ समय से तरह-तरह की चाय का चलन भी तेजी से बढ़ा है। ज्यादातर भारतीय घरों में सर्दियों की सुबह की शुरुआत कड़क चाय से होती है। वहीं सर्दियों के मौसम में चाय पीने के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। हालांकि, इस समय के आसपास कश्मीरी खावा की मांग भी काफी बढ़ गई है। स्वाद से भरपूर इस कश्मीरी कवाए के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
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